विशेषण किसे कहते है ? उदाहरण और Visheshan Ke Prakar

विशेषण किसे कहते है ? उदाहरण और Visheshan Ke Prakar

विशेषण किसे कहते हैं ? इसकी परिभाषा क्या होती है ? इसके उदाहरण को किस तरीके से पहचाना जा सकता है और विशेषण कितने प्रकार के होते हैं । इन सभी के बारे में हम अध्ययन करेंगे । विभिन्न प्रकारों के विशेषणों का उपयोग वाक्य की जानकारी को विस्तार देने और उसकी स्पष्टता को बढ़ाने में किया जाता है। गुणवाचक विशेषण जैसे "सुंदर" या "भला" संज्ञा के गुणों को दर्शाते हैं, जबकि संख्यावाचक विशेषण संख्या की जानकारी प्रदान करते हैं। परिमाणवाचक विशेषण मात्रा की पहचान करते हैं, जैसे "आधा" या "पूर्ण", और व्यक्तिवाचक विशेषण किसी विशेष व्यक्ति या स्थान की पहचान को स्पष्ट करते हैं, जैसे "लखनवी" या "कश्मीरी"। इस प्रकार, विशेषण भाषा की समृद्धि को बढ़ाते हैं और संज्ञा या सर्वनाम के विवरण को अधिक स्पष्ट और जीवंत बनाते हैं ।

विशेषण की परिभाषा - ''संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते है ।" यह  Visheshan Ki Paribhasha  है । विशेषण वह शब्द होता है जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, गुण, मात्रा या स्थिति को स्पष्ट करता है और उसकी पहचान को और अधिक सटीक बनाता है। उदाहरण के लिए, वाक्य "मोहन बहादुर है" में "बहादुर" और "श्याम बुद्धिमान है" में "बुद्धिमान" शब्द विशेषण हैं जो क्रमशः मोहन और श्याम की विशेषताओं को उजागर करते हैं। विशेषण के मुख्य प्रकार आठ होते हैं: गुणवाचक विशेषण, जो संज्ञा के गुण को दर्शाता है (जैसे "सुंदर"); संख्यावाचक विशेषण, जो संख्या को बताता है (जैसे "तीन"); परिमाणवाचक विशेषण, जो मात्रा को स्पष्ट करता है (जैसे "कुछ"); सर्वनामिक विशेषण, जो सर्वनाम की विशेषता बताता है (जैसे "मेरा"); व्यक्तिवाचक विशेषण, जो किसी व्यक्ति विशेष की विशेषता को दर्शाता है (जैसे "लंबा"); प्रश्नवाचक विशेषण, जो प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है (जैसे "कौन"); तुलनबोधक विशेषण, जो तुलना करता है (जैसे "बड़ा"); और संबंधवाचक विशेषण, जो संबंध को स्पष्ट करता है (जैसे "उसका")। इन विशेषणों के माध्यम से वाक्यों में संज्ञा और सर्वनाम की विशिष्टता और स्पष्टता को बढ़ाया जा सकता है। उदाहरण - अच्छा, सुंदर, बुरा, भला, गुणवान, कठोर, लंबा, छोटा, गंदा, खूबसूरत आदि . जैसे 1) मोहन बहादुर है । विश्लेषण:- यहां "बहादुर" शब्द विशेषण होगा क्योंकि संज्ञा(मोहन) की विशेषता बता रही है । 2) श्याम बुद्धिमान है । विश्लेषण:- यहां "बुद्धिमान" शब्द विशेषण होगा क्योंकि संज्ञा(श्याम) की विशेषता बता रही है ।

Visheshan Ke Prakar

आइये अब हम Visheshan Ke Prakar के बारे में बात करते हैं . विशेषण 8 प्रकार के होते हैं . जो कि निम्नलिखित हैं :-  1) गुणवाचक विशेषण , 2) संख्यावाचक विशेषण , 3) परिमाणवाचक विशेषण , 4) सार्वनामिक विशेषण , 5) व्यक्तिवाचक विशेषण , 6) प्रश्नवाचक विशेषण , 7) तुलनबोधक विशेषण , 8) सम्बन्धवाचक विशेषण . आइये अब हम इनके बारे में विस्तार पूर्वक देखते हैं .

1) गुणवाचक विशेषण की परिभाषा - ऐसे शब्द(संज्ञा या सर्वनाम) जिनसे रूप और गुण के बारे में पता चलता है उन्हें गुणवाचक विशेषण कहा जाता है । जैसे - 1) ताज महल एक सुन्दर महल है। विश्लेषण:-  यहां पर ताजमहल का रूप के बारे में वर्णन हो रहा है । 2) पंजाब में डरावना कुआ है। विश्लेषण:-  यहां पर कुआं का गुण के बारे में वर्णन हो रहा है । 3) जापान में सेहतमंद लोग रहते हैं। विश्लेषण:-  यहां पर जापानी लोगों के गुण के बारे में वर्णन हो रहा हैं । 4) कविता बहुत सुंदर है । विश्लेषण:-  यहां पर रूप के बारे में वर्णन हो रहा है ।

2) संख्यावाचक विशेषण की परिभाषा:- ऐसे संज्ञा या सर्वनाम के शब्द, जिनसे संख्या का बोध होता है । उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहा जाता है । उदाहरण-  1) दुनिया में सात अजूबे हैं . 2) इस कक्षा में 40 छात्र पढ़ते हैं । 3) क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के 100 शतक हैं ।

3) परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा:- जिन शब्दों(संज्ञा या सर्वनाम) से मात्रा के बारे में बोध होता है, उन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहा जाता है . उदाहरण- 1) मुझे आधा किलो शक्कर चाहिए । 2) मुझे थोड़ा सा खाना दो । 3) इस बोरे का वजन 1 क्विंटल है । 4) ब्लू व्हेल मछली का वजन 2 टन होता है ।

4) सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा :- ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले आएं एवं विशेषण की तरह उस संज्ञा शब्द की विशेषता बताएं , तब उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। जैसे:- 1) यह लड़का कक्षा में प्रथम आया है । 2) वह लड़का अच्छे से काम करता है । 3) यह लड़की वही है जो रोटी है । 4) वह कौन है, जो सबसे होशियार है ?

5) व्यक्तिवाचक विशेषण की परिभाषा:- ऐसे शब्द जो व्यक्तिवाचक संज्ञा से बने हुए होते हैं, उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहा जाता है । उदाहरण:- बनारस से बनारसी । 1) मुझे हिन्दुस्तानी खाना बहुत पसंद है। (हिंदुस्तान से हिंदुस्तानी) 2) मोहन का लखनवी अंदाज़ मुझे पसंद है । (लखनऊ से लखनवी) 3) बनारसी पान मुझे ज्यादा पसंद है।(बनारस से बनारस) 4) तुम्हारी दूकान पर कश्मीरी मिठाइयां मिलती हैं। (कश्मीर से कश्मीरी) ।

6) संबंध वाचक विशेषण की परिभाषा:- जब किसी व्यक्ति या वस्तु से संबंध बताने के लिए, एक विशेषण का संबंध दूसरे विशेषण से दर्शाया जाता है तो वहां पर संबंध वाचक विशेषण होता है । उदाहरण - 1) नारियल के अंदर में ठंडा पानी होता है । विश्लेषण:- इस वाक्य में अंदर और ठंडा दोनों ही विशेषण शब्द हैं , जो एक दूसरे में संबंध दर्शा रहे हैं । 2) ज्वालामुखी की भीतरी सतह गर्म होती है । विश्लेषण:- इस वाक्य में "भीतरी" और "गर्म" , यह दोनों ही विशेषण है जो एक दूसरे में परस्पर संबंध दर्शा रहे हैं ।

7) तुलन बोधक विशेषण की परिभाषा:- जब कोई दो व्यक्ति या वस्तुओं की विशेषताओं में तुलना की जाती है तो वहां पर तुलन बोधक विशेषण पाया जाता है । उदाहरण:- 1) तुम्हें शेर के जैसे निडर होना चाहिए . 2) श्याम हाथी के जैसा मोटा है .

8) प्रश्न वाचक विशेषण की परिभाषा -  वे शब्द जिनका संज्ञा या सर्वनाम के साथ प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग किया जाता है, जैसे कौन, क्या आदि । ऐसे शब्द प्रश्नवाचक विशेषण कहलाते हैं । उदाहरण - 1) वह मोटा आदमी कौन है ? 2) क्या जादूगर होते हैं ?

Visheshan Kise Kahate Hai

आइये अब हम बात कतरे है कि Visheshan Kise Kahate Hai तो विशेषण एक महत्वपूर्ण भाषाई तत्व है जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, गुण, मात्रा, या स्थिति को स्पष्ट करता है। इसकी परिभाषा के अनुसार, विशेषण वे शब्द होते हैं जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की पहचान को और अधिक सटीकता के साथ वर्णित करते हैं। उदाहरण के लिए, वाक्य "मोहन बहादुर है" में "बहादुर" और "श्याम बुद्धिमान है" में "बुद्धिमान" शब्द विशेषण के रूप में कार्य करते हैं क्योंकि ये मोहन और श्याम की विशेषताओं को स्पष्ट करते हैं। विशेषण का उपयोग वाक्यों को और अधिक स्पष्ट और विवरणात्मक बनाने के लिए किया जाता है, जिससे पाठक या श्रोता को संज्ञा या सर्वनाम की गुणात्मक और मात्रात्मक विशेषताओं की बेहतर समझ प्राप्त होती है।

विशेषण को विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है। प्रमुख प्रकारों में गुणवाचक विशेषण, जो संज्ञा के गुण को व्यक्त करता है जैसे "सुंदर" या "कठोर"; संख्यावाचक विशेषण, जो संख्या को दर्शाता है जैसे "तीन" या "सात"; और परिमाणवाचक विशेषण, जो मात्रा को स्पष्ट करता है जैसे "कुछ" या "अधिक" शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, सार्वनामिक विशेषण, व्यक्तिवाचक विशेषण, संबंधवाचक विशेषण, तुलनबोधक विशेषण और प्रश्नवाचक विशेषण भी होते हैं, जो विशेष संज्ञाओं और सर्वनामों की विशेषताओं को विशेष संदर्भ में व्यक्त करते हैं। उदाहरण के लिए, वाक्य "यह लड़का कक्षा में प्रथम आया है" में "यह" एक सार्वनामिक विशेषण है, और "शानदार" विशेषण "तुलनात्मक" विशेषण का एक उदाहरण हो सकता है ।

Visheshan Ke Udaharan

आइये अब हम Visheshan Ke Udaharan के बारे में बात करते है . प्रत्येक प्रकार के विशेषण के 5-5 उदाहरण देखते हैं . (1). गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjective) - गुणवाचक विशेषण वह शब्द होता है जो किसी संज्ञा या सर्वनाम के गुण, विशेषता, या स्थिति को दर्शाता है । उदाहरण :- 1. सुंदर फूल (सुंदर) , 2. मीठा आम (मीठा) , 3. मजबूत दरवाजा (मजबूत) , 4. कड़ी मेहनत (कड़ी) , 5. लंबा पुल (लंबा) . (2). संख्यावाचक विशेषण (Numerical Adjective) संख्यावाचक विशेषण संख्या या मात्रा की जानकारी देता है । उदाहरण :- 1. तीन सेब (तीन) , 2. पाँच किताबें (पाँच) , 3. सात दिन (सात) , 4. दस लोग (दस) , 5. एक गाड़ी (एक). (3). परिमाणवाचक विशेषण (Quantitative Adjective) परिमाणवाचक विशेषण मात्रा या परिमाण को दर्शाता है । उदाहरण :- 1. कुछ पानी (कुछ) , 2. बहुत सारे आम (बहुत सारे) , 3. थोड़ी देर (थोड़ी) , 4. पूरा खाना (पूरा) , 5. आधा कप (आधा) . (4). सार्वनामिक विशेषण (Pronoun Adjective) सार्वनामिक विशेषण वह शब्द होता है जो सर्वनाम के रूप में किसी विशेष संज्ञा की विशेषता बताता है। उदाहरण :- 1. यह घर मेरा है (यह) , 2. वह आदमी अच्छा है (वह) , 3. उस लड़की का नाम रिया है (उस) , 4. ये किताबें तुम्हारी हैं (ये) , 5. यह पल किसी के लिए भी विशेष है (यह) . (5) . व्यक्तिवाचक विशेषण (Demonstrative Adjective) व्यक्तिवाचक विशेषण वह शब्द होता है जो किसी व्यक्ति, स्थान, या वस्तु की पहचान को दर्शाता है। उदाहरण :- 1. बनारसी साड़ी (बनारसी) , 2. कश्मीरी शॉल (कश्मीरी) , 3. लखनवी चिकन (लखनवी) , 4. दिल्ली का खाना (दिल्ली) , 5. बंगाली मिठाई (बंगाली) . (6) . प्रश्नवाचक विशेषण (Interrogative Adjective) प्रश्नवाचक विशेषण वह शब्द होता है जो प्रश्न पूछने के लिए उपयोग होता है। उदाहरण :- 1. कौन सा रंग पसंद है? (कौन सा) 2. क्या खाना बनाना है? (क्या) 3. किस पंक्ति में लिखा है? (किस) 4. कौन से लोग आए हैं? (कौन से) 5. कितना समय लगेगा? (कितना) . ( 7). तुलनबोधक विशेषण (Comparative Adjective) तुलनबोधक विशेषण वह शब्द होता है जो किसी वस्तु या व्यक्ति की तुलना अन्य वस्तु या व्यक्ति से करता है । उदाहरण :- 1. यह लड़का ऊँचा है (ऊँचा) , 2. मेरा घर बड़ा है (बड़ा) , 3. वह किताब अधिक रोचक है (अधिक रोचक) , 4. यह रास्ता सरल है (सरल) , 5. यह वाहन तेज़ है (तेज़) . ( 8) . संबंधवाचक विशेषण (Relative Adjective) संबंधवाचक विशेषण वह शब्द होता है जो किसी वस्तु या व्यक्ति से संबंध स्पष्ट करता है । उदाहरण :- 1. पिता का घर (पिता का) , 2. स्कूल की छुट्टी (स्कूल की) , 3. कंपनी की नीति (कंपनी की) , 4. गांव का मंदिर (गांव का) , 5. बच्चे की किताब (बच्चे की) . विशेषण के बाद आपको हिंदी व्याकरण के दृष्टिकोण से क्रिया - विशेषण के बारे में जानना चाहिए । इन उपरोक्त उदाहरणों से यह स्पष्ट होता है कि विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता, मात्रा, संख्या, और संबंध को स्पष्ट करने के लिए करता है, जिससे वाक्यों की जानकारी और अधिक स्पष्ट हो जाती है . 


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